Gold Silver Price : अमेरिका और चीन के बीच हुए 90 दिनों के व्यापार समझौते के बाद वैश्विक बाजारों में स्थिरता आई है। इस स्थिरता के चलते सुरक्षित निवेश के रूप में देखे जाने वाले सोने की मांग में गिरावट दर्ज की गई है। निवेशक अब शेयर बाजार और दूसरे विकल्पों की ओर रुख कर रहे हैं, जिससे सोने की चमक फीकी पड़ गई है। नतीजा ये हुआ है कि घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सोने की कीमतों पर दबाव बन गया है।
6 महीने की सबसे बड़ी गिरावट की ओर सोना
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सोने की कीमतें बीते 6 महीनों की सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट की ओर बढ़ रही हैं। इसकी एक बड़ी वजह अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की संभावनाओं का कमजोर होना है।
जब ब्याज दरें कम होती हैं, तो लोग सोने में ज्यादा निवेश करते हैं। लेकिन जब ब्याज दरें स्थिर या बढ़ने की ओर हों, तो सोने की मांग घटती है। इस बार यही हो रहा है।
फेडरल रिजर्व का बयान: ब्याज दरें कम होने की संभावना नहीं
हाल ही में फेडरल रिजर्व की गवर्नर मिशेल बाउर ने कहा कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था अभी भी मजबूत है और मुद्रास्फीति (महंगाई) फेड के 2% लक्ष्य के आसपास बनी हुई है। इसका मतलब है कि फिलहाल ब्याज दरें घटने के आसार बहुत कम हैं, जिससे सोने में निवेश आकर्षक नहीं रह गया है।
अमेरिका में महंगाई दर स्थिर
अमेरिकी श्रम विभाग के अनुसार, अप्रैल में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) में 0.2% की बढ़ोतरी हुई, जो मार्च के मुकाबले थोड़ी ज्यादा है। लेकिन सालाना आधार पर CPI में वृद्धि 2.3% रही, जो पिछले महीने की तुलना में थोड़ी कम है। इसका मतलब है कि मुद्रास्फीति की रफ्तार अब थम रही है, और इससे भी सोने की मांग प्रभावित हो रही है।
भारत में भी असर साफ नजर आया
India Bullion and Jewelers Association (IBJA) की उपाध्यक्ष और Aspekt Global Ventures की कार्यकारी अध्यक्ष अक्ष कंबोज ने बताया कि वैश्विक बाजार में सोने की कीमतें पिछले एक महीने के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई हैं। अमेरिका-चीन ट्रेड वॉर, रूस-यूक्रेन युद्ध, और बाजार की अस्थिरता जैसे फैक्टर अब कमजोर पड़ रहे हैं, जिससे सोने की मांग और घट रही है।
निवेशकों की दिलचस्पी कम हो रही है
कंबोज का कहना है कि अब लोग सोने-चांदी की जगह शेयर बाजार और दूसरे वित्तीय साधनों में निवेश कर रहे हैं। यदि ये ट्रेंड आगे भी जारी रहा, तो सोने की कीमतों में और गिरावट आ सकती है।
क्या अभी सोना खरीदना सही रहेगा?
सोने की कीमतों में गिरावट को निवेश के एक अच्छे मौके के रूप में देखा जा सकता है। लेकिन विशेषज्ञों की सलाह है कि निवेश करने से पहले वैश्विक घटनाओं और आर्थिक संकेतकों पर ध्यान देना जरूरी है। अगर गिरावट का दौर जारी रहा, तो सोना आने वाले समय में और सस्ता हो सकता है।
सोने की मौजूदा कीमतों में गिरावट का दौर चालू है, जिसकी वजह वैश्विक स्थिरता, ब्याज दरों की नीति और निवेशकों की बदलती प्राथमिकताएं हैं। ऐसे में यह समय सावधानी से सोच-समझकर निवेश करने का है।