Haryana Ration Scheme – हरियाणा सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है जो राज्य के लाखों गरीब और जरूरतमंद परिवारों के लिए राहत की खबर लेकर आया है। अब गर्मियों के मौसम को ध्यान में रखते हुए सरकार ने राशन वितरण प्रणाली में बदलाव किया है। यानी अब राशन डिपो से बाजरे की जगह गेहूं मिलेगा – वो भी ज्यादा मात्रा में!
बाजरे की जगह अब मिलेगा गेहूं – क्यों हुआ ये बदलाव?
अब तक राशन कार्डधारकों को बाजरा और गेहूं का मिश्रण मिलता था, लेकिन गर्मियों में बाजरा शरीर को ज़्यादा गर्म करता है और पचाना मुश्किल होता है। इसलिए, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने यह फैसला लिया है कि अब मई से बाजरे की जगह गेहूं बांटा जाएगा ताकि लोगों को सुपाच्य और हल्का अनाज मिल सके।
कितना गेहूं मिलेगा और किसे? जानिए राशन कार्ड के अनुसार डिटेल्स
सरकार दो तरह के राशन कार्ड के आधार पर राशन बांटती है – गुलाबी कार्ड (अंत्योदय योजना) और पीला कार्ड (BPL श्रेणी)। नए बदलाव के तहत:
- गुलाबी कार्डधारकों को अब पूरे 35 किलो गेहूं मिलेगा (पहले 24 किलो बाजरा + 11 किलो गेहूं मिलता था)।
- पीले कार्डधारकों को हर सदस्य के हिसाब से 5 किलो गेहूं मिलेगा (पहले 3 किलो बाजरा + 2 किलो गेहूं मिलता था)।
इतना ही नहीं, दोनों श्रेणी के लाभार्थियों को 1 किलो चीनी और 2 लीटर सरसों का तेल भी मिलेगा।
कब और कहां से मिलेगा नया राशन?
खाद्य विभाग ने मई महीने में 22,263 क्विंटल गेहूं का उठान पहले ही कर लिया है। डिपो होल्डरों तक गेहूं, चीनी और तेल की सप्लाई पहुंच चुकी है और कुछ डिपो पर वितरण भी शुरू हो गया है। अगर आप भी राशन कार्डधारक हैं तो अपने नजदीकी डिपो से जाकर जल्द से जल्द राशन प्राप्त करें।
कितने लोगों को मिलेगा फायदा?
इस नई व्यवस्था से 1.85 लाख से ज्यादा परिवारों को फायदा मिलेगा। इसमें शामिल हैं:
- 17,231 गुलाबी कार्डधारक
- 1,68,543 पीले कार्डधारक
सरकार की ओर से ये फैसला न केवल पोषण बल्कि सेहत को ध्यान में रखकर लिया गया है, ताकि गर्मी में लोगों को सुपाच्य और हल्का आहार मिल सके।
गेहूं क्यों बेहतर है गर्मियों में?
बाजरा ठंडी में तो सेहतमंद माना जाता है, लेकिन गर्मियों में यह शरीर में गर्मी बढ़ा सकता है। डॉक्टर और एक्सपर्ट्स भी सलाह देते हैं कि गर्मी के मौसम में गेहूं या चावल जैसे हल्के अनाज का सेवन करना ज्यादा बेहतर होता है। सरकार का ये फैसला इसी सोच पर आधारित है।
सरकार की ये पहल क्यों है खास?
हरियाणा सरकार का यह कदम न सिर्फ मौसम के अनुसार राशन देने की दिशा में पहला बड़ा प्रयास है, बल्कि यह यह भी दिखाता है कि सरकार गरीबों की सेहत को लेकर सजग है। गेहूं की सप्लाई से न सिर्फ संतुलित आहार मिलेगा बल्कि पेट की समस्याएं भी कम होंगी।
अगर आप हरियाणा में राशन कार्डधारक हैं तो इस बदलाव का सीधा फायदा उठाइए। गेहूं, चीनी और तेल की नई व्यवस्था आपके घर की रसोई को इस गर्मी सीजन में बेहतर बनाएगी।
Disclaimer: यह लेख सरकारी घोषणाओं और मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। राशन की मात्रा, पात्रता और वितरण समय राज्य सरकार के निर्णय और स्थानीय प्रशासन की कार्यप्रणाली के अनुसार बदल सकता है। ताज़ा जानकारी के लिए अपने नजदीकी राशन डिपो या संबंधित विभाग से संपर्क करें।